Song parody of
Maha Mritunjay Mantra
by Suresh Wadkar
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Simply click on any word to get rhyming words suggestion to use instead of the original ones. You may also remove or alter entire lines if needed — when you're done save your work and share it with our community — have fun!
मृत्युंजय जप मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
मृत्युंजय जप मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ
ॐ हौं जूं स:
ॐ भूर्भुव: स्व:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्व: भुव: भू:
ॐ स: जूं हौं ॐ