Song parody of
Mere Taqdeer Ke Malik
by Lata Mangeshkar
Here's where you get creative! Use our cool song parody creator to make a totally new musical idea and lyrics for the Mere Taqdeer Ke Malik song by Lata Mangeshkar.
Simply click on any word to get rhyming words suggestion to use instead of the original ones. You may also remove or alter entire lines if needed — when you're done save your work and share it with our community — have fun!
कहा से लेके आई है कहा मजबूरियाँ मेरी
ज़ुबान खामोश आँखें कह रही है दास्तान मेरी
मेरी तक़दीर के मालिक मेरा कुछ फ़ैसला कर दे
बुरा चाहे बुरा कर दे भला चाहे भला कर दे
मेरी तक़दीर के मालिक
मुझे इतना बता दे मैं कहा जाऊ किधर जाऊ
कही जाने से अच्छा है तेरे कदमों में मर जाऊ
सहारा दे नही सकता तो फिर बेआसरा कर दे
मेरी तक़दीर के मालिक
नही दुनिया में मेरा दूसरा कोई ठिकाना हैं
मुझे तो बस यही अपना मुक़द्दर आज़माना हैं
लिया हैं दिल तो मेरी जान भी तंन से जुदा कर दे
मेरी तक़दीर के मालिक
मुझे बर्बाद करने में जो होता हो भला तेरा
बुझा दे अपने हाथों से चरागे ज़िंदगी मेरा
नही कोई गीला तुझसे अगर चाहे फनाह कर दे
मेरी तक़दीर के मालिक
कहा से लेके आई है कहा मजबूरियाँ मेरी
ज़ुबान खामोश आँखें कह रही है दास्तान मेरी
मेरी तक़दीर के मालिक मेरा कुछ फ़ैसला कर दे
बुरा चाहे बुरा कर दे भला चाहे भला कर दे
मेरी तक़दीर के मालिक
मुझे इतना बता दे मैं कहा जाऊ किधर जाऊ
कही जाने से अच्छा है तेरे कदमों में मर जाऊ
सहारा दे नही सकता तो फिर बेआसरा कर दे
मेरी तक़दीर के मालिक
नही दुनिया में मेरा दूसरा कोई ठिकाना हैं
मुझे तो बस यही अपना मुक़द्दर आज़माना हैं
लिया हैं दिल तो मेरी जान भी तंन से जुदा कर दे
मेरी तक़दीर के मालिक
मुझे बर्बाद करने में जो होता हो भला तेरा
बुझा दे अपने हाथों से चरागे ज़िंदगी मेरा
नही कोई गीला तुझसे अगर चाहे फनाह कर दे
मेरी तक़दीर के मालिक